ढाई सौ स्कूलों में लगेगी थंब
इंप्रेशन मशीन
स्कूलों में शिक्षकों के
लेट आने की शिकायतों के बाद डीईओ ने लिया निर्णय
राजधानी के स्कूलों में शिक्षकों की लेटलतीफी
पर लगाम लगाने के लिए थंब इंप्रेशन मशीन लगाई जाएगी। यह निर्णय कई स्कूलों में
शिक्षकों के लेट आने की शिकायत मिलने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने लिया है।
राजधानी में 1100 शासकीय प्राइमरी
मिडिल, हाई और हायर
सेकेंडरी स्कूल है। इनमें करीब साढे 5 हजार शिक्षक हैं। इनमें 75 फीसदी महिला शिक्षक हैं। पहले ढाई सौ प्राइमरी
मिडिल और हाई स्कूलों में थंब इंप्रेशन मशीन लगाई जाएगी। यह वह स्कूल है, जहां से शिकायतें ज्यादा
है और दूरदराज स्थित है। थंब इंप्रेशन के आधार पर ही स्कूलों में शिक्षकों का वेतन
जारी होगा। यदि थंब इंप्रेशन मशीन में शिक्षक अटेंडेंस नहीं लगाते हैं या लेट होते
हैं तो उनका वेतन काटा जाएगा।
बैटरी बैकअप भी रहेगा
सरकारी दफ्तरों में थंब इंप्रेशन मशीन खराब
होने की शिकायतें ज्यादा मिलती हैं इसे देखते हुए यह मशीन प्राचार्य कक्ष में लगाई
जाएगी। कुछ स्कूलों में बिजली की समस्या है। इसको देखते हुए थंब इंप्रेशन मशीन में
बैटरी बैकअप भी रहेगा।
“राजधानी के करीब ढाई सौ स्कूलों में थंब इंप्रेशन मशीन
लगाने का प्रस्ताव है। इससे लेट आने वाले शिक्षकों के बारे में जानकारी मिल सकेगी
बाद में इसे अन्य स्कूलों में लगाया जाएगा।“
नितिन सक्सेना डीईओ भोपाल