स्वच्छता पखवाड़ा : दिनांक 8 एवं 9 सितम्बर 2022 को शालाओं में आयोजित करवाएं यह गतिविधियाँ

राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा शिक्षा मंत्रालय, भारत शासन के संदर्भित पत्र क्रमांक D.O.No.F.18-1/2022-15-6 दिनांक 26th May 2022 के निर्देश के क्रम में “स्वच्छता पखवाड़ा 1-15 सितम्बर – 2022 अंतर्गत शाला स्वच्छता एवं अन्य गतिविधियों के क्रियान्वयन किये जाने के संबंध में निर्देश जारी किए गए हैं। राज्य शिक्षा केन्द्र भोपाल- द्वारा इस संबंध में पत्र क्रमांक/राशिके / निर्माण / वॉश / 2022 / 4152 दिनांक 12/07/2022 को कलेक्टर सह मिशन संचालन समस्त जिले मध्यप्रदेश को पत्र जारी किया गया है।
“स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान अंतर्गत शिक्षा मंत्रालय, भारत शासन के उपरोक्त संदर्भित पत्र द्वारा स्वच्छता पखवाड़ा 1-15 सितम्बर 2022 घोषित कर शाला स्वच्छता एवं अन्य विभिन्न गतिविधियाँ संचालित करने हेतु निर्देशित किया गया है। साथ ही उक्त संदर्भित पत्र के माध्यम से 1 से 15 सितम्बर-2022 तक “स्वच्छता पखवाडा” के रूप में मनाये जाने हेतु प्रतिदिन का गतिविधि कैलेण्डर प्रस्तावित किया गया है। इस गतिविधि कैलेण्डर को शाला स्तर तक पहुँचाकर गतिविधियों का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करें, तथा जिलें का पालन प्रतिवेदन गूगल शीट के माध्यम से राज्य शिक्षा केन्द्र को समय-सीमा में प्रेषित किया जाना है।
स्वच्छता पखवाड़ा दिनांक 8 एवं 9  सितम्बर-2022 अंतर्गत निम्नलिखित  गतिविधियाँ प्रस्तावित की जाना है – 
दिनांक एवं दिन :-

08/09/2022 से 09/09/2022

{गुरूवार एवं शुक्रवार}

 

गतिविधि विवरण :-

साबुन से हाथ धुलाई दिवस-

1. प्रतिदिन दिनचर्या में विद्यार्थियों को साबुन से हाथ धोने के विभिन्न अवसर एवं महत्त्व की जानकारी देना शाला में साबुन से हाथ धुलाई की व्यवस्था सुनिश्चित (गुरूवार एवं शुक्रवार) करते हुए विद्यार्थियों को भोजन से पहले एवं शौच के बाद साबुन से हाथ धुलाई के विभिन्न चरण में प्रशिक्षित किया जायें।

2. दिव्यांग विद्यार्थियों हेतु बाधारहित साबुन से हाथ धोने की व्यवस्था तथा पीने की पानी की व्यवस्था को शालाओं में संधारित कर व्यवस्था सुनिश्चित करना ।

3. शाला में साबुन से हाथ धुलाई हेतु पानी एवं साबुन की व्यवस्था यथा संभव (ग्रुप हैण्डवॉश यूनिट) हाथ धुलाई ईकाई की उपलब्धता सुनिश्चित की जायें। पानी की कमी वाले क्षेत्र की शालाओं में टिपी-टेप की स्थापना की जायें।

4. विद्यार्थियों को पानी जरने बीमारियों की जानकारी देना सुरक्षित पेयजल के संधारण का अभ्यास करवाना ताकि वे हाथों एवं मुंह की स्वच्छता का ध्यान रख सके।

5. विद्यार्थियों द्वारा साबुन से हाथ धुलाई की व्यवस्था में तरल अपशिष्ट (बेस्ट वाटर) के निपटान की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करना बेस्ट वाटर शाला में गार्डन / पेड़ों में विस्तारित करना।

नोट:- गूगल ट्रेकर पर भाग लेने वाले शालाओं की संख्या दर्ज करें साथ ही फोटो वीडियो एवं संचार सामग्री (प्रत्येक जिले से ई-मेल svpmp51@gmail.com) पर प्रेषित करें।

 

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