राज्य शिक्षा केंद्र मध्यप्रदेश भोपाल द्वारा वार्षिक परीक्षा सत्र 2024 के लिए प्रोजेक्ट कार्य की सूची जारी की गई है इसमें हम देखेंगे कक्षा आठ विषय विज्ञान के अंतर्गत जो सुझावात्मक प्रोजेक्ट कार्य हमें दिए गए हैं इन प्रोजेक्ट कार्यों में से कोई भी दो प्रोजेक्ट कार्य हमें पूर्ण करना है
- दो प्रोजेक्ट कार्य के लिए निर्धारित अंक 20 अंक है।
- एक प्रोजेक्ट कार्य पर 10 अंक और दूसरे पर 10 अंक इस प्रकार से कुल 20 अंक निर्धारित है।
- इनमें से आपको कोई दो प्रोजेक्ट कार्य हल करना है।
इन प्रोजेक्ट कार्यों को आप अपने माता-पिता एवं शिक्षक की मदद से आसानी से पूर्ण कर सकते हैं देखिए यदि आप इसी प्रकार से इसके आगे के अन्य विषय के प्रोजेक्ट कार्यों को भी आप समझना चाहते हैं पूर्ण करना चाहते हैं तो आप हमारे ब्लॉग चैनल से जुड़े रहिए।
पहला प्रोजेक्ट कार्य
प्रश्न-A :-
1.आपको किन-किन खेलों में रुचि है कोई पांच खेलों के नाम जिनमें खेलते समय घर्षण या तो सहायता कर रहा है अथवा विरोध कर रहा है लिखिए।
ऐसे खेलों के नाम जिनमें खेलते समय घर्षण या तो सहायता कर रहा है अथवा विरोध कर रहा है, वह है-
साइकिल चलाना, कैरम खेलना, कबड्डी खेलना, दौड़ना, रस्सा कशी
2. इसके बाद दूसरा है घर्षण को कौन-कौन से कारक प्रभावित कर सकते हैं?
i) घर्षण सम्पर्क के दो पृष्ठों की प्रकृति पर निर्भर करता है।
ii) दिये गये पृष्ठों के युगल के लिये घर्षण इन पृष्ठों के चिकनेपन की अवस्था पर निर्भर करता है।
iii)घर्षण इस बात पर निर्भर करता है कि दो पृष्ठ एक दूसरे को कितने बलपूर्वक दबाते हैं।
3. किसी काँच के गिलास अथवा किसी कुल्हड़ में से किसे पकड़ना आसान होगा और क्यों?
किसी काँच के गिलास अथवा किसी कुल्हड़ में से कुल्हड़ को पकड़ना आसान होगा क्योंकि कुल्हड़ की सतह खुरदरी होती है जिसके कारण इसमें अधिक घर्षण बल होगा।
4. कल्पना कीजिए घर्षण अचानक समाप्त हो जाए तो इससे जीवन किस प्रकार प्रभावित होगा दस परिस्थितियों की सूची बनाइए।
घर्षण अचानक समाप्त होने पर उत्पन्न होने वाली दस परिस्थितियाँ निम्न हैं-
(1) हम पृथ्वी की सतह पर नहीं चल पायेंगे।
(2) कागज पर हम नहीं लिख पायेंगे।
(3) वाहन पर ब्रेक नहीं लगेगा, तथा वह वाहन सड़क पर नहीं रुकेगा।
(4) श्यामपट्ट (ब्लेक बोर्ड) पर चॉक से नहीं लिखा जायेगा।
(5) मशीनों के विभिन्न पुर्जों में घूर्णन सम्भव नहीं होगा।
(6) दीवार मे कील नहीं ठोंक पायेगे।
(7) माचिस की तीली आग नहीं पकड़ेगी।
(8) घर्षण के अभाव में वाहनों की न तो गति आरंभ की जा सकती है न ही उन्हें रोका जा सकता है और न ही दिशा परिवर्तित की जा सकती है।
(9) धागे में गाँठ नहीं बाँध पाते हैं।
(10) घर्षण के अभाव में भवन निर्माण नहीं हो सकता है।
5. ऐसे पाँच कार्य लिखिए जहाँ घर्षण हानिकारक होते हुए भी अनिवार्य हैं?
वह पाँच कार्य जहाँ घर्षण हानिकारक होते हुए भी अनिवार्य है, वह हैं-
(1) वाहनों में ब्रेक लगाने के लिए ब्रेक पैडो का इस्तेमाल करना।
(2) कबड्डी के खिलाड़ियों (द्वारा) अपने हाथों पर मिट्टी रगड़ना।
(3) चलते समय अधिक बल लगाकर पैरों द्वारा जमीन को पीछे धकेलना।
(4) कारखानों में घिरनी (पहिये) और पट्टे के बीच घर्षण बढ़ाने के लिये बाल बेयरिंग का इस्तेमाल करना।
(5) सर्दियों में हथेलियों को रगड़कर गरम करना।
प्रश्न-B :-किसी ऐसी दुकान पर जाइए जहाँ खेलों के जूते मिलते हैं- विभिन्न खेलों के जूतों की तलियों का प्रेक्षण कीजिए?
(1) क्या खेलों में पहनने वाले जूते सामान्य जूतों के समान हैं?
उत्तर- नहीं, खेलों में पहनने वाले जूते सामान्य जूतों के समान नहीं होता है।
(2) खिलाड़ियों के जूते कीलदार क्यों बनाये जाते हैं?
उत्तर- खिलाड़ियों के जूते कीलदार इसलिये बनाये जाते हैं ताकि घर्षण बल का मान अधिक हो जाये तथा खिलाड़ी फिसले नहीं।
(3) खिलाड़ियों के जूते और बड़े वाहनों के टायरों में क्या समानता है और क्यों?
उत्तर- खिलाड़ियों के जूते और बड़े वाहनों के टायरों की तली खाँचेदार होती है जिससे उनकी सड़क तथा जमीन से पकड़ अच्छी बनती है।
(4) यदि सड़क तथा वाहन के टायरों के बीच घर्षण न हो तो क्या होगा?
उत्तर- यदि सड़क तथा वाहन के टायरों के बीच घर्षण न होता तो उन वाहनों की न तो गति आरंभ की जा सकती थी, न ही उन्हें रोका जा सकता था और न ही दिशा परिवर्तित की जा सकती थी।
(5) क्या घर्षण को बढ़ाया या घढ़ाया जा सकता है? दैनिक जीवन में घर्षण को बढ़ाने और घटाने के (प्रत्येक) पाँच-पाँच उदाहरण लिखिए।
उत्तर- हाँ, घर्षण को बढ़ाया या घटाया जा सकता है, दैनिक जीवन में घर्षण को बढ़ाने और घटाने के उदाहरण निम्न हैं-
घर्षण को बढ़ाने के उदाहरण-
(1) किसी पृष्ठ को रुक्ष बनाकर घर्षण बढ़ाया जा सकता है।
(2) जूतों की तली तथा वाहनों के टायर घर्षण बढ़ाने के लिए खाँचेदार बनाये जाते हैं।
(3) स्वचालित वाहनों तथा साइकलों की ब्रेक प्रणालियों में ब्रेक पैड का उपयोग करके हम घर्षण में वृद्धि कर सकते हैं।
(4) कबड्डी के खिलाड़ी अपने हाथों पर मिट्टी रगड़ते हैं ताकि वे अपने प्रतिद्वंद्वी को ओर अच्छी तरह पकड़ सकें।
5) व्यायामी अपने हाथों पर कोई रुक्ष पदार्थ लगा लेते हैं ताकि घर्षण में वृद्धि करके अच्छी पकड़ बना सकें।
घर्षण को घटाने के उदाहरण-
(1) स्नेहक लगाकर मशीनों के घर्षण को कम किया जा सकता है।
(2) जब एक वस्तु किसी दूसरी वस्तु के पृष्ठ पर लुढ़कती है तो उसकी गति के प्रतिरोध को लोटनिक घर्षण कहते हैं। लोटन घर्षण कम कर देता है।
(3) कई मशीनों में बाल बेयरिंग का उपयोग करके घर्षण को कम किया जाता है।
(4) तरल में गति करने वाली वस्तुओं को उचित आकृति प्रदान करके घर्षण बल को कम किया जा सकता है।
(5) घर्षण कम करने के लिये कैरम बोर्ड पाउडर छिड़का जाता है।
दूसरा प्रोजेक्ट कार्य
(A) किसी खेत, पौधशाला (नर्सरी) अथवा बगीचे का भ्रमण कीजिए तथा निम्नलिखित जानकारी प्राप्त कीजिए-
(1) बीज चयन का तरीका एवं महत्व
उत्तर- बीज चयन का तरीका एवं महत्व:- बीजों को उचित गहराई पर बोना तथा उनके बीच उचित दूर अच्छी उपज के लिये आवश्यक है। बीजों को अच्छी किस्म का चयन करके स्वस्थ बीजों को बोया जाता है।
(2) सिंचाई की विधियाँ।
उत्तर- सिंचाई की विधियाँ:- निश्चित अंतराल पर खेत में जल देना सिंचाई कहलाता है।
सिंचाई विधियाँ निम्न हैं- (i) मोट (घिरनी), (ii) चेन पम्प, (iii) ढकली, (iv) रहट।
सिंचाई की आधुनिक विधियाँ:-सिंचाई की आधुनिक विधियों द्वारा हम जल का उपयोग मितव्ययता से सकते हैं। मुख्य विधियाँ निम्न है-
(1) छिड़काव तंत्र- इस विधि का उपयोग असमतल भूमि के लिये किया जाता है जहाँ पर जल कम मात्रा उपलव्ध है। इस विधि में घूमते हुए नोजल से पौधों पर छिड़काव इस प्रकार होता है जैसे वर्षा हो रही हो। छिकाब लॉन, कॉफी की खेती एवं अन्य कई फसलों के लिए अत्यंत उपयोगी है।
(ii) ड्रिप तंत्र– इस विधि में जल बूंद-बूंद करके सीधे पौधों की जड़ों में गिरता है, इसे ड्रिप तंत्र कहते हैं। फलदार पौधों, बगीचों एवं वृक्षों को पानी देने का यह सर्वोत्तम तरीका है।
(3) अधिक शीत, अधिक गर्मी एवं अधिक वर्षा के मौसम का पौधों पर प्रभाव।
उत्तर– अधिक शीत या शीतलहर के प्रभाव से पत्ते और फूल झूलस जाते है ।
तापमान बढ़ने से पेड़ पौधों की पत्तियों में वाष्पोत्सर्जन की दर तेज हो जाती है। वाष्पोत्सर्जन में आई तेज कारण पेड़ पौधों में नमी में अचानक कमी हो जाती है। नमी कम होने से पेड़ पौधे सिकुड़ने लगते हैं, धीरे-धीरे पत्तियाँ झुलस जाती हैं।
कई दिनों तक लगातार तेज़ वर्षा होने से पौधों के नाजुक तने झुक जाते हैं या टूट जाते हैं और पौधे की पत्तियों पर पानी जमा होने से पौधा खराब होने लगता है।
(4) उपयोग में आने वाले उर्वरक एवं खाद।
उत्तर– उपयोग में आने वाले उर्वरक एवं खाद के कुछ उदाहरण हैं- यूरिया, अमोनियम, सल्फेट, सुपर फास्फेट, पोटाश, NPK आदि
(5) व्यावसायिक उपयोग।
उत्तर- इनके उपयोग से किसानों को गेहूँ, धान तथा मक्का जैसी फसलों की अच्छी उपज प्राप्त करने में सहायता मिलती है।
(B) (1) कृषि में उपयोग में आने वाली कुछ मशीनों के चित्र एकत्र कीजिए तथा इन्हें अपनी फाइल लगाकर उनके नाम और उपयोग लिखिए।
उत्तर- कृषि में उपयोग में आने वाली कुछ मशीन निम्न हैं-
(1) हल– प्राचीनकाल से ही हल का उपयोग जुताई, खाद/उर्वरक मिलाने, खरपतवार निकालने एवं मिट्टी खुरचने के लिये किया जाता रहा है।
(2) कुदाली– यह एक सरल औजार है जिसका उपयोग खरपतवार निकालने एवं मिट्टी को पोला करने लिये किया जाता है।
(3) कल्टीवेटर-आज कल जुटी ट्रेक्टर द्वारा संचालित कल्टीवेटर से किया जाता है
(4) सीड ड्रिल– इसके द्वारा बीजों की बुआई की जाती है तथा बीजों में समान दूरी एवं गहराई बनी रहती है
(5) दराती– इसके द्वारा फसलों की कटाई हाथ द्वारा की जाती है।
(6) कॉम्बाइन– दराती की जगह पर फसलों की कटाई के लिये एक मशीन का उपयोग किया जाता है हरर्वेस्टर कहते हैं। काटी गई फसल से बीजों को भूसे से अलग करना होता इसे थ्रेशिंग कहते हैं। यह कार्य कम्बाइन मशीन द्वारा किया जाता है।
(2) पानी की कमी वाले क्षेत्रों में सिंचाई की किस विधि का प्रयोग होता है?
उत्तर- (1) छिड़काव तंत्र (2) ड्रिप तंत्र।
(3) कुछ पौधों को खेत में रोपित करने से पूर्व पौधशाला (नर्सरी) में क्यों उगाया जाता है?उत्तर– धान जैसे कुछ पौधों के बीजों को पहने पौधशाला में उगाया जाता है। पौध तैयार हो जाने पर इन्हें हांथो द्वारा खेत में रोपित कर देते हैं।
(4) फसल के साथ कुछ पौधे प्राकृतिक रूप से उग जाते हैं, ये पौधे फसल के लिए किस प्रकार हानिकारक हैं?
उत्तर– फसल के साथ प्राकृतिक रूप से उगने वाले पौधे खरपतवार कहलाते हैं। यह खरपतवार जल पोषक – और प्रकाश की स्पर्धा कर फसल की वृद्धि पर प्रभाव डालते हैं। कुछ खरपतवार कटाई में भी बाधा डालते है तथा मनुष्य एवं पशुओं के लिये विषेले हो सकते हैं।
(5) फसलों की कटाई की विधियाँ लिखिए।
उत्तर- फसल की कटाई एक महत्वपूर्ण कार्य है। फसल पक जाने के बाद उसे काटना कटाई कहलाता हैकटाई के दौरान या तो को खींच कर उखाड़ लेते हैं अथवा उसे धराहल के पास से काट लेते हैं।
प्रोजेक्ट कार्य / प्रायोजना-3
(A) डोरी तथा कागज गिलास की सहायता से अपना खिलौना टेलीफोन बनाकर तैयार करिए, इसका एक सिरा अपने मित्र को काम पर लगाने के लिए कहें तथा दूसरे सिरा अपने मुंह के समीप लाइए तथा बोलिए–
अपने प्रेक्षण लिखिए-
(1) क्या आपकी आवाज, आपका दोस्त सुन पाता है?
उत्तर- हाँ
(2) क्या ध्वनि डोरियों से गमन कर सकती हैं?
उत्तर- हाँ
(3) क्या ध्वनि का संचारण, ठोस, द्रव तथा गैसों सभी में हो सकता है?
उत्तर- हाँ ध्वनि का संचारण, ठोस, द्रव तथा गैसों सभी में हो सकता है
(4) यदि आप एक बंद कार में है तो क्या बहार से आपके दोस्त की आवाज आप तक आयेगी ? कारन लिखिए
उत्तर– ध्वनि को संचरण के लिये कोई माध्यम चाहिए। बंद कार में वायु पूर्णतया अनुपस्थित होती है निर्वात् में ध्वनि संचरित नहीं हो सकती। इस कारण बाहर से दोस्त की आवाज सुनाई नहीं देगी।
(5) नीचे दिए गये वाद्ययंत्रों के सामने उनका कंपायमान भाग लिखिए-
क्रमांक |
वाद्ययंत्र |
ध्वनि उत्पन्न करने वाले कंपायमान भाग |
1 |
वीणा |
|
2 |
तबला |
|
3 |
बांसुरी |
|
4 |
सितार |
|
5 |
ढोलक |
|
उत्तर :
क्रमांक |
वाद्ययंत्र |
ध्वनि उत्पन्न करने वाले कंपायमान भाग |
1 |
वीणा |
तानित डोरी/तार |
2 |
तबला |
तानित झिल्ली |
3 |
बांसुरी |
हवा |
4 |
सितार |
तने हुए तार |
5 |
ढोलक |
तनित झिल्ली |
(B) (1) वातावरण में ध्वनि प्रदूषण उत्पन्न करने वाले स्त्रोतों की सूची बनाइए?
उत्तर- हमारे वातावरण में स्थित कई स्त्रोतों से ध्वनि प्रदूषण होते हैं जो निम्नानुसार है-
(1) उच्च क्षमता वाली मशीनों का चलना।
(2) विमान तथा पटाखे की आवजों से।
(3) लाउड स्पीकर
(4) गाड़ियों के हार्न की आवाज
(5) टी.वी., रेडियो और घरों के अनेक साधन कूलर, एसी आदि।
(2) ध्वनि प्रदूषण मानव के लिए किस प्रकार हानिकारक है?
उत्तर- हमारे आसपास बहुत ज्यादा शोर ध्वनि प्रदूषण के रूप में जाना जाता है। परिवेश में अत्यधिक शोम को उपस्थिति अनेक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का कारण बन सकती है। अनिद्रा अति तनाव (उच्च रक्तचाप) चन्ता तथा अन्य बहुत से स्वास्थ्य संबंधी विकार ध्वनि प्रदूषण में उत्पन्न हो सकते हैं। लगातार प्रवल ध्वनि क भाव में रहने वाले व्यक्ति को सुनने की क्षमता अस्थायी अथवा स्थायी रूप से कम हो जाती है।
(3) शोर तथा संगीत में क्या अंतर है?
उत्तर- अप्रिय ध्वनि जिसे हम सुनना नहीं चाहते, शोर होता है जबकि वह ध्वनि जो कानों को सुखद लगती है, संगीत होती है।
(4) ध्वनि प्रदूषण को कम करने के लिए आप क्या-क्या प्रयास करेंगे?
उत्तर- ध्वनि प्रदूषण को कम करने के लिये हमें निम्न प्रयास करने चाहिए-
(1) ध्वनि उत्पन्न करने वाले क्रियाकलापों को आवासीय क्षेत्रों से दूर संचालित करना चाहिये।
(2) स्वचालित वाहनों के हार्न का उपयोग कम से कम करना चाहिये।
(3) टेलीविजन तथा संगीत निकायो की ध्वनि प्रबलता कम रखनी चाहिए।
(5) महिलाओं की तुलना में पुरुषों की आवाज मोटी क्यों होती है?
उत्तर- पुरुषों के वाक तंतु की आवृत्ति कम होती है, जिससे उसकी आवाज मोटी होती है।
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