सभी शाला प्रमुखों/शिक्षकों को 15 दिसंबर तक प्रमुखता से करना होंगे कार्य एवं सौंपेंगे रिपोर्ट
कोरोना की परिस्थितियों में बीते पिछले डेढ़ साल हम सभी के लिए बहुत कठिन रहे हैं, और हम समझते हैं कि विद्यालय खुलने के बाद विद्यार्थियों को नियमित रूप से कक्षागत शिक्षण प्रक्रिया से जोड़ना चुनौतीपूर्ण रहा है और विद्यार्थियों की सीखने की स्तर में हानि हुई है।
ऐसी परिस्थितियों में भी शिक्षकों ने विभिन्न प्राथमिकताओं जैसे NAS, दक्षता उन्नयन इत्यादि के क्रियान्वयन में प्रशंसनीय कार्य किया है, इसके लिए हम सभी शिक्षकों को धन्यवाद देते हैं।
अब आगे की शिक्षण योजना में भी हमें इसी दृढ़ता के साथ काम करना है।
A. सबसे पहले तो हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है की सभी विद्यार्थी नियमित रूप से विद्यालय आ रहे हैं।
शासन के निर्देशानुसार सभी शालाए अब पुनः 50% क्षमता के साथ संचालित होगी।
आगामी 2 सप्ताहों में (15 दिसंबर तक) सभी शाला प्रमुख निम्नानुसार बिंदुओं पर कार्य सुनिश्चित करें-
- शाला में नामांकित सभी विद्यार्थियों की सूची में से ऐसे विद्यार्थियों को चिन्हांकित करें जो
- सत्र में विद्यालय बिल्कुल नहीं आए हैं।
- नियमित रूप से विद्यालय नहीं आ रहे हैं।
- ऐसे सभी विद्यार्थियों के अभिभावकों से उनकी शिक्षक मिशन मोड में फोन/डिजीलेप/गृह्भेंट के माध्यम से संपर्क करें उनकी शाला ना आने के कारणों की पहचान कर नोट डाउन करें और अभिभावकों को उनके बच्चों को विद्यालय भेजने हेतु प्रेरित करें।
- साथ ही संपर्क के दौरान सभी शिक्षक यह सुनिश्चित करें कि जो विद्यार्थी नियमित रूप से विद्यालय नहीं आ रहे हैं उनके पास सीखने के सभी संसाधन (जैसे वर्कबुक, पाठ्यपुस्तक) इत्यादि घर पर ही उपलब्ध है और विद्यार्थी घर पर ही अभ्यास कर रहे हैं।
उपरोक्त जानकारी को शाला प्रमुख दिनांक 15 दिसंबर तक रिपोर्ट बनाकर अपने जन शिक्षक को देना सुनिश्चित करेंगे
साथ ही यह सुनिश्चित करना अति आवश्यक है कि विद्यार्थियों के बीच आए लर्निंग गैप शीघ्र कम हो
लंबे समय तक विद्यालय बंद रहने और विद्यालय खुलने के बाद अनियमित उपस्थिति की वजह से सीखने में हुई हानि की प्रतिपूर्ति अभी संपूर्ण रूप से नहीं हो पाई है।
लर्निंग गैप की प्रतिपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु यह जानना आवश्यक है कि विद्यार्थियों का वर्तमान सीखने का स्तर क्या है।
राज्य द्वारा दक्षता उन्नयन अंतर्गत कक्षा 12 कक्षावार/विषयवार विभिन्न समूहों के विद्यार्थियों की संख्या जानने हेतु राज्य द्वारा व्हाट्सएप के माध्यम से गूगल फार्म की लिंक भेजी जाएगी।
सभी शाला प्रमुखों से अपेक्षा है कि इस फार्म को प्राथमिकता पर भरना सुनिश्चित करें जिससे उपलब्ध डाटा के आधार पर संकुल/ब्लॉक/जिला लेवल पर रणनीति बनाकर कार्य किया जा सके।
सभी जनशिक्षक राज्य द्वारा भेजी गई गूगल फार्म की लिंक को दिनांक 5 दिसंबर तक भरवाना सुनिश्चित करेंगे
यह निश्चित है कि कोरोना परिस्थितियों के कारण सीखने की स्तर में कमी आई है, अतः शिक्षकों से निवेदन है कि इस फार्म में सही डाटा भरें
आगामी सप्ताह में हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि हमारे विद्यार्थियों के सीखने की स्तर में बढ़ोतरी हो और सभी विद्यार्थी अंकुर से तरुण स्तर पर आ जाए।
इसलिए आगामी 2 सप्ताह (1 से 18 दिसंबर) में हम समर्पित रूप से अभियान चलाकर दक्षता उन्नयन पर कार्य करेंगे।
इस अभियान के दौरान हमें सभी विद्यार्थियों को अभ्यास के अधिक-से-अधिक अवसर उपलब्ध कराने का प्रयत्न करना है।
A. वह विद्यार्थी जो अभी अंकुर समूह में है और जिन की दक्षता उन्नयन वर्कशीट अभी पूर्ण नहीं हुई है शिक्षक उन्हें दक्षता उन्नयन वर्कबुक पर ही अभ्यास कराएं।
B. साथ ही राज्य द्वारा अंकुर समूह के स्तर पर आधारित कुछ अतिरिक्त वर्कशीट भेजी जा रही हैं, यह वर्कशीट उन विद्यार्थियों हेतु है जो अंकुर समूह की सभी वर्कशीट पूर्ण हो जाने पर भी तरुण समूह में नहीं आए हैं।
C. शिक्षक शाला के माध्यम से आवश्यकतानुसार यह वर्कशीट प्रिंट करा कर इसका उपयोग कर सकते हैं (इन वर्कशीट का उपयोग अनिवार्य नहीं है, व शिक्षक विद्यार्थियों की आवश्यकता अनुसार इनका उपयोग कर सकते हैं)
D. इसके अतिरिक्त शिक्षक स्वयं दक्षता उन्नयन की पैटर्न पर अतिरिक्त अभ्यास प्रश्न बनाकर विद्यार्थियों को दे सकते हैं।
यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि इस अभियान के माध्यम से अधिक-से-अधिक विद्यार्थी वापस नियमित रूप से विद्यालय आने लगे और अधिक-से-अधिक विद्यार्थी अंकुश से चरण समूह में प्रगति करें, जिसके लिए शालाओं को अधिकारियों द्वारा मार्गदर्शन प्राप्त होना महत्वपूर्ण है।
अतः सभी डीपीसी अपने जिले में ऐसी शालाओं की पहचान करें जहां अंकुर समूह के विद्यार्थियों का प्रतिशत 60% से अधिक है और उनमें जिला स्तर के विभिन्न अधिकारियों (डाइट, डीपीसी, एपीसी अकादमी) द्वारा भ्रमण सुनिश्चित करें।
सभी अधिकारी दिनांक 10 दिसंबर तक इन शालाओं में भ्रमण सुनिश्चित करें।
*आप यह जानकारी www.educationpointe.com पर देख रहे है।