भोपाल : स्कूल शिक्षा विभाग 13 साल बाद फिर से पांचवीं-आठवीं की बोर्ड परीक्षा शुरू करेगा। बोर्ड परीक्षा इसी सत्र 2021-22 से होगी। स्कूल शिक्षा मंत्री के निर्देश पर इस सत्र से पांचवीं व आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों की बोर्ड परीक्षा ली जाएगी। इसके लिए राज्य शिक्षा केंद्र ने रूपरेखा तैयार कर ली है। यह परीक्षा अप्रैल में होने की संभावना है। पहले बोर्ड परीक्षा मार्च के दूसरे सप्ताह में होनी थी, लेकिन विभाग की ओर से शासन को भेजे गए प्रस्ताव पर मुहर नहीं लगी है। इसके अलावा परीक्षा संबंधी व्यवस्था करने में भी समय लग सकता है। अब यह परीक्षा अप्रैल में होने की संभावना है। अगर कोविड के बढ़ते मामलों के कारण परीक्षा नहीं हुई, तो बच्चों के घर-घर वर्कशीट भेजकर होम वेस्ड परीक्षा ली जाएगी। वर्कशीट पर लिखने के वाद अभिभावक उसे स्कूल में जमा करेंगे।
2007-08 से बंद कर दी गई थी बोर्ड परीक्षा:
प्रदेश में पांचवीं-आठवीं के विद्यार्थियों की बोर्ड परीक्षा 2007-08 में बंद कर दी गई थी। आरटीई लागू होने के बाद पहली से आठवीं तक वार्षिक मूल्यांकन शुरू कर दिया गया था। आरटीई के तहत किसी भी छात्र को फेल नहीं किया जा सकता था। इससे मूल्यांकन में स्कूलों में सभी विद्यार्थियों को पास किया जाने लगा। इससे कमजोर छात्र भी पास होने लगे। केंद्र की अनुमति मिलने के वाद मप्र शासन ने 2010 में आरटीई में संशोधन किया। इसके तहत पांचवीं व आठवीं के विद्यार्थियों की बोर्ड पैटर्न पर वार्षिक परीक्षा होगी। फेल होने वाले विद्यार्थियों को आगे की कक्षा में प्रमोट नहीं किया जाएग। वर्ष 2019-20 में पांचवीं व आठवीं के विद्यार्थियों की बोर्ड पैटर्न पर वार्षिक परीक्षा आयोजित की गई लेकिन कोरोना के चलते बाद में दो पेपर में जनरल प्रमोशन देकर सभी बच्चों को अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया गया था।
पांचवी व आठवीं बोर्ड परीक्षा के संबंध में प्रस्ताव शासन के पास भेजा गया है। वहां से अभी स्वीकृति नही मिली है। अप्रैल में परीक्षा होने की संभावना है।
केपीएस तोमर, उप संचालक,
राज्य शिक्षा केंद्र