स्कूल शिक्षा विभाग अब शिक्षकों को आधेदन करने से पुरस्कार नहीं देगा। विभाग खुद आंकलन कर अताई देगा। इस संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग ने नियम बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। नवीन शैक्षणिक सत्र से इसे लागू किया जाएगा। प्रदेश में शिक्षक दिवस पर शिक्षकों को पुरस्कृत किया जाता है। पुरस्कार देने के लिए पहले आवेदन बुलवाए जाते हैं। इसके आधार पर इन्हें सम्मानित किया जाता है। अब इस प्रक्रिया में बदलाव किया जा रहा है। अब शिक्षकों के अलावा डीईओ-डीपीसी, पूरे स्कूल व विद्यार्थियों को भी पुरस्कार दिया जाएगा। यह पुरस्कार विभाग खुद आंकलन करके देगा। विभाग का मानना है कि अभी तक पुरस्कार के लिए प्रपोजल बुलवाए जा रहे थे और उसी आधार पर अवार्ड दे दिए जाते थे, लेकिन प्रदेश में बहुत से ऐसे स्कूल हैं, जो बेहतर है। इन स्कूलों में नेशनल लेवल पर बच्चे खिलाड़ी बन रहे हैं। किसी स्कल में शिक्षको ने बहत अच्छे कार्य किए गए हैं। किसी स्कूल की बिल्डिंग व पढ़ाई बहुत अच्छी है। ऐसे स्कूलों, शिक्षकों या बच्चों का खुद के सोर्सेस से चयन किया जाएगा। इसमें जिला स्तर पर डीईओ व डीपीसी को भी अच्छे कार्य के लिए चयन कर पुरस्कृत किया जाएगा। विभाग ने इसके नियम बनाने शुरू कर दिए हैं। इसे नवीन शैक्षणिक सत्र अप्रैल 2024 से लागू करने की तैयारी की जा रही है।
इनका कहना है
माननीय श्री उदय प्रताप सिंह जी शिक्षा मंत्री का कहना है कि अभी तक विभाग में अवार्ड देने के लिए आवेदन बुलवाए जा रहे हैं। इस प्रक्रिया में बदलाव किया जा रहा है। अब विभाग अपने खुद के सोर्सेस विकसित कर बेहतर कार्य करने वाले शिक्षकों या विद्यार्थियों को अवार्ड देगा। इसमें जिलों में बेहतर कार्य करने वाले डीईओ- डीपीसी का भी चयन किया जाएगा