12 वर्ष बाद 5, 8वीं की परीक्षाएं बोर्ड पैटर्न पर कराने की तैयारी
राज्य शिक्षा केन्द्र ने प्रस्ताव शासन को भेजा
राज्य शिक्षा केंद्र ने 12 साल बाद फिर से कक्षा 5वीं और 8वीं की परीक्षा बोर्ड पैटर्न पर कराने की तैयारी की है। इस संबंध में जल्द ही निर्णय लिया जाएगा। 2017-18 में आरटीई एक्ट में संशोधन होने से बोर्ड पैटर्न पर परीक्षा कराने का रास्ता खुल गया है।शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद 5वीं और 8वी की बोर्ड परीक्षाओं को समाप्त कर दिया गया था। अधिनियम में किसी
भी विद्यार्थी को कक्षा 8वीं तक फेल नहीं करने की बात कही गई थी। बाद में शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाए रखने के लिए 2017-18 में अधिनियम में संशोधन किया गया।
इसके तहत राज्यों को 5वीं और 8वीं की परीक्षाएं बोर्ड पैटर्न पर करवाने के अधिकार दिए गए थे। दो साल से नहीं हो पाईं बोर्ड परीक्षाएं: कोरोना के चलते 2 साल कक्षा पहली से लेकर 8वीं तक की परीक्षाएं रद्द रही हैं। सत्र 2019-20 में बोर्ड परीक्षाएं शुरू हुई थीं, लेकिन कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते परीक्षाएं स्थगित कर दी गईं।
शासन को 5वीं और 8वीं की परीक्षाएं बोर्ड पैटर्न पर कराने के लिए प्रस्ताव भेज रहे हैं। यदि शासन की अनुमति मिलती है और कोरोना की स्थिति नियंत्रण में रही तो बोर्ड पैटर्न पर परीक्षाएं कराई जाएंगी। |
केपीएस तोमर, एग्जाम कंट्रोलर,
राज्य शिक्षा केन्द्र, भोपाल