Nishtha कोर्स – 8 सीखने का आकलन

कोर्स – 8
सीखने का आकलन

उद्देश्य:-
इस कोर्स से हम सीखेंगे
आकलन को परिभाषित करने में।
आकलन की जरूरत एवं महत्व जानना।
FLN के सुधार के लिए प्रभावी आकलन समझ बता पाना।
आकलन के लिए अवलोकन की उपयोगिता एवं अवलोकन के तरीकों को करने में।
बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान को बढ़ाने में पालकों व परिवारों की भूमिका बनाना।

कोर्स की रूपरेखा:-

  • आकलन की जरूरत एवं महत्व
  • आकलन क्या है?
  • सीखने का आकलन : शैक्षिक पद्धति व अवलोकन हेतु नियोजन।
  • आकलन के लिए सीखने का परिवेश।
  • गतिविधि क्षेत्र : पठन लेखन व गणित।
  • विभिन्न गतिविधियों में अवलोकन व आकलन।
  • आकलन की पद्धतियां।
  • आकलन की उपयोगिता एवं अवलोकन के प्रकार।
  • मुद्रण प्रत्यय व मुद्रण जागरूकता के लिए एक नमूना जांच सूची।
  • सीखने के प्रतिफलओं का शैक्षिक पद्धतियों के साथ सुयोजन।
  • खेल आधारित शैक्षणिक पद्धति व FLN का एकीकरण।
  • समग्र रिपोर्ट कार्ड /360 डिग्री के माध्यम से सूचना देना।
  • FLN के तहत सतत आकलन में पालकों को सहभागी बनाना।

FLN में आकलन की आवश्यकता और महत्व:-
आकलन से प्रत्येक बच्चे के विकास को जानने में सहायता मिलती है। आकलन नियोजित, व्यवस्थित एवं संरचित तो होता ही है, साथ ही यह पाठ्यक्रम विषय वस्तु का अभिन्न अंग होता है। बच्चों के सीखने के स्तरों पर आकलन से एक ठोस फीडबैक मिलता है जिससे कक्षा शिक्षण में सुधार ड्रॉपआउट में कमी लाई जा सकती है।

आकलन क्या है?

  • FLN में सतत प्रगति का रिकॉर्ड।
  • चल रहे शिक्षण और अधिगम का मार्गदर्शन।
  • प्रत्येक मार्ग की प्रगति की निगरानी व मूल्यांकन।
  • पोर्टफोलियो बनाना।
  • पालक को अधिकारियों को उपलब्धियों की रिपोर्ट देना।

FLN आकलन के लिए अनेक संसाधनों जैसे-खेल, कहानी, खिलौने, साहित्य की जरूरत होती है जिससे शिक्षक बा बच्चे पठन लेखन भाषा के प्रयोग में कर सकें। तथा खिलौने पजल्स नंबर कार्ड जोड़-तोड़ वाली वस्तुएं आदि जो संख्या माप ज्यामिति समझ में मदद कर सकती हैं।

शिक्षणविधि एवं अवलोकन के लिए नियोजन:-
शिक्षण विधि में खेलने की सामग्री, बाल साहित्य, FLN से जुड़े खिलौने के द्वारा बच्चों का आकलन उचित तरीके से किया जा सकता है। बच्चों से एवं पालक को से उनके रहन-सहन, खानपान, रुचि अरुचि के बारे में जानकार शिक्षण कार्य को आसान किया जा सकता है जिससे अवलोकन करने में भी सहजता महसूस होती है।

सीखने के लिए आकलन और शिक्षण विधि तथा अवलोकन का नियोजन

  • उपयुक्त साक्षरता व संख्या ज्ञान अनुभवा गतिविधियां।
  • सीखने के क्षेत्रों सहित नियोजित परिवेश।
  • बच्चे क्या और कैसे करते हैं, परिवेश क्षेत्रों में कैसे करते हैं, का अवलोकन।
  • अवलोकन डाटा का नियोजन / सुधार व्यक्तिगत तथा समूहों के लिए प्रयोग।
  • पालक को को समग्र नियोजन और आकलन चक्र में शामिल करना।

आकलन का नियोजन:-
बुनियादी साक्षरता व संख्या ज्ञान कौशलों के लिए जब हम आकलन सहित एकीकृत शिक्षण विधि की योजना बनाते हैं तो हमें निम्न बातों / बिंदुओं पर विचार करने की जरूरत है-

  • बुनियादी साक्षरता बाद संख्या ज्ञान में कौशल युवा अवधारणा को चिन्हित किया जाए।
  • FLN के लिए गतिविधियों का नियोजन करें।
  • लर्निंग आउटकम्स की जांच करें।
  • आसान प्रश्नों पर संवाद कराएं और बच्चों से उनके जवाब सुने।
  • बच्चों के प्रोत्साहन के लिए प्रशंसा करें।
  • पालक  से बच्चों की खूबियां साझा करें एवं सकारात्मक बात करें।

FLN में बच्चों के खेल और कार्य का अवलोकन:-
बुनियादी साक्षरता के तहत बच्चे मुद्रण जागरूकता ध्वनि की जागरूकता के बारे में जानने लगते हैं, बच्चों का आकलन करने के लिए उनसे कुछ कहानी कविता चित्रों की पुस्तकें दें तथा प्रश्नों के माध्यम से अवलोकन करें जैसे कि कहानी की किताब का मुख्य पृष्ठ कौन सा है, पढ़ने की शुरुआत कहां से करते हैं दाएं या बाएं से, वर्ण की पहचान बताओ, जैसे ‘र’ कहां पर है इत्यादि इसी प्रकार बच्चों को कुछ ठोस वस्तु है दिखाएं तथा उनसे उनके बारे में जानने की कोशिश करें।

आकलन की गतिविधि:-

  1. पुस्तकालय
  2. ब्लॉक बिल्डिंग
  3. गणित हस्त कौशल क्षेत्र

अवलोकन की शक्ति:-
बच्चों के कार्य, खेल व प्रदर्शन को देखना, नोट करना ही अवलोकन है। वृतांत अभिलेख जांच सूची पोर्टफोलियो आकलन के महत्वपूर्ण साधन है।

आकलन के प्रकार:-

  • पोर्टफोलियो
  • आकलन जांच सूची
  • अवलोकन टिप्पणी की डायरी बनाना
  • रुब्रिक्स
  • रेटिंग स्केल्स
  • वीडियो टेपिंग / ऑडियो रिकॉर्डिंग

अवलोकन का उद्देश्य:-

शाला स्तर में बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान कौशल विकास का पता लगाने के लिए अवलोकन करना जरूरी है। जिससे प्रत्येक बच्चा, बच्चों के समूह सीखने का प्रतिफल हासिल करने में मदद मिलता है। तथा बच्चे की वास्तविक स्थिति का पता चलता है कि वह प्रारंभिक सुधार योग्य उन्नत स्थिति में है।

खिलौना और खेल आधारित शिक्षण पद्धति को FLN में एकीकृत करना:-

जब बच्चे खिलौनों और हंसते कौशल से खेलते हैं उन्हें छूते हैं उनसे बातें करते हैं तो उन बच्चों का अवलोकन करना आसान हो जाता है खिलौने बच्चों को बात करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं अतः खेल खिलौनों को FLN मैं एकीकृत करना जरूरी है।

 

अवलोकन में सहायक:-

शिक्षक अवलोकन करें कि क्या उनका छात्र यह कार्य करता है तथा शिक्षक विचार करें

  • अपने विचार व्यक्त करने के लिए भाषा का प्रयोग करते हैं।
  • आकार आकृति रंग स्थिति का वर्णन करते हैं ।
  • वर्णों को जोड़कर शब्द बनाते हैं।
  • कविताओं में नए शब्द जोड़ते हैं।
  • मुद्रण का बाएं से दाई और अनुसरण करते हैं।
  • निर्देशों का पालन करते हैं।
  • गणितीय शब्दावली का प्रयोग करते हैं। आकृतियों के कद आडटस से कुछ नया बनाते हैं।
    वस्तुओं को छूते और गिनते हैं।

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